डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी द्वारा DIP DIET CALCULATOR को बनाया गया है। डीआईपी डाइट (DIP Diet), जिसे ‘Disciplined & Intelligent People’s Diet’ के नाम से भी जाना जाता है, प्रसिद्ध मेडिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी द्वारा विकसित एक प्राकृतिक आहार पद्धति है। इस डाइट का उद्देश्य शरीर की आत्म-उपचार क्षमता को बढ़ाना और विभिन्न बीमारियों को जड़ से समाप्त करना है।
डीआईपी डाइट के प्रमुख सिद्धांत
DIP DIET CALCULATOR द्वारा डीआईपी डाइट को तीन मुख्य चरणों में विभाजित किया गया है:
- सुबह 12 बजे तक: केवल फल का सेवनसुबह के समय शरीर डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया में होता है। इस अवधि में केवल ताजे फल खाना उचित माना जाता है। अपने शरीर के वजन (किलोग्राम) को 10 से गुणा करके उतने ग्राम फल का सेवन करें। उदाहरण के लिए, यदि आपका वजन 70 किलोग्राम है, तो आपको 700 ग्राम फल का सेवन करना चाहिए। फल चयन में 3-4 प्रकार के मौसमी फलों को शामिल करें, जैसे केला, पपीता, सेब, अंगूर आदि।
- दोपहर और रात का भोजन: दो प्लेट नियमदोपहर और रात के भोजन में ‘दो प्लेट नियम’ का पालन किया जाता है:
- प्लेट 1 (कच्ची सब्जियाँ): भोजन से पहले कच्ची सब्जियों का सेवन करें, जैसे गाजर, खीरा, टमाटर, मूली आदि। इनकी मात्रा आपके वजन (किलोग्राम) को 5 से गुणा करके निर्धारित करें। उदाहरण के लिए, यदि आपका वजन 70 किलोग्राम है, तो 350 ग्राम कच्ची सब्जियाँ खानी चाहिए।
- प्लेट 2 (पका हुआ भोजन): प्लेट 1 के बाद घर का बना शुद्ध शाकाहारी भोजन करें, जिसमें कम से कम तेल और मसाले हों। इसमें रोटी, दाल, सब्जी, चावल आदि शामिल हो सकते हैं।
- रात का भोजन समयरात का भोजन शाम 7 बजे तक कर लेना चाहिए। इसके बाद कुछ भी नहीं खाना उचित है।
डीआईपी डाइट में किन चीज़ों से बचना चाहिए?
- पशु उत्पाद: मांस, मछली, अंडा आदि का सेवन न करें।
- डेयरी उत्पाद: दूध, दही, पनीर आदि से परहेज करें।
- प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड: रिफाइंड शुगर, मैदा, पैकेज्ड स्नैक्स आदि से बचें।
- दवाइयाँ: जब तक बहुत आवश्यक न हो, दवाओं का सेवन न करें।
डीआईपी डाइट के प्रकार
डीआईपी डाइट के विभिन्न प्रकार हैं, जो व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार निर्धारित किए जाते हैं:
- स्टैंडर्ड डीआईपी डाइट
- सर्केडियन डीआईपी डाइट
- रॉ डीआईपी डाइट
- सॉफ्ट डीआईपी डाइट
- स्टीम्ड डीआईपी डाइट
- नाइट्रिक ऑक्साइड डीआईपी डाइट
- जीरो ग्रेन डीआईपी डाइट
इन डाइट्स के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी की पुस्तक “The World’s Best DIP Diet Book” पढ़ी जा सकती है।
डीआईपी डाइट के फायदे
- डायबिटीज नियंत्रण: डीआईपी डाइट के पालन से डायबिटीज को 72 घंटे में नियंत्रित किया जा सकता है।
- उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल: यह डाइट उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक है।
- वजन घटाना: मोटापे को कम करने में यह डाइट प्रभावी है।
- पाचन तंत्र सुधार: पाचन तंत्र को मजबूत करती है और संबंधित समस्याओं को दूर करती है।
- त्वचा में निखार: त्वचा की चमक बढ़ाती है और उसे स्वस्थ बनाती है।
- प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत: इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
अतिरिक्त सुझाव
- धूप का सेवन: प्रतिदिन कम से कम 40 मिनट धूप में बिताएं, जिससे शरीर में विटामिन डी का स्तर बना रहे।
- पानी का सेवन: खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं; कम से कम 30 मिनट का अंतर रखें।
- शारीरिक गतिविधि: नियमित व्यायाम या योग का अभ्यास करें।
- तनाव प्रबंधन: ध्यान, प्राणायाम या अन्य तकनीकों के माध्यम से तनाव को नियंत्रित करें।
निष्कर्ष
डीआईपी डाइट एक प्राकृतिक और प्रभावी आहार पद्धति है, जो न केवल बीमारियों को ठीक करने में सहायक है, बल्कि एक स्वस्थ